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Story Transcript

मृ ु का वष The complete history of Covid-2019-21 Was it a conspiracy? Let’s know!

AUTHOR NAME

हरीश शमा

NOTION PRESS

NOTION PRESS India. Singapore. Malaysia. Published by Notion Press 2020 Copyright © 2020 All Rights Reserved. ISBN 9781649831149 This book has been published with all reasonable efforts taken to make the material error-free after the consent of the author. No part of this book shall be used, reproduced in any manner whatsoever without written permission from the author, except in the case of brief quotations embodied in critical articles and reviews. The Author of this book is solely responsible and liable for its content including but not limited to the views, representations, descriptions, statements, information, opinions and references [“Content”]. The Content of this book shall not constitute or be construed or deemed to reflect the opinion or expression of the Publisher or Editor. Neither the Publisher nor Editor endorse or approve the Content of this book or guarantee the reliability, accuracy or completeness of the Content published herein and do not make any representations or warranties of any kind, express or implied, including but not limited to the implied warranties of merchantability, fitness for a particular purpose. The Publisher and Editor shall not be liable whatsoever for any errors, omissions, whether such errors or omissions result from negligence, accident, or any other cause or claims for loss or damages of any kind, including without limitation, indirect or consequential loss or damage arising out of use, inability to use, or about the reliability, accuracy or sufficiency of the information contained in this book.

अ ाई और बु राई दोनों स ूण ा म िव मान है, पर स ाई यह है िक अ ा या बु रा बस हमारा समय होता है । समय अ ा चल रहा हो तो सब अ ा होता है, और समय बुरा चल रहा हो तो अ ा काम भी बु रा हो जाता है । दू सरों के िलए Corona एक महामारी ह, लेिकन मुझे लगता है की यह एक सोची समझी सािजश थी। यह िकताब इसी िस ांत पर आधा रत है , त और स के साथ, िक Corona महामारी के पीछे कौन था? आइए जानते ह। हरीश शमा ,

Contents Preface ....................................................................... vii Acknowledgments ....................................................... xi 1. म, हम और िज़ गी....................................................13 2 - दु िनया म अ े और बु रे दोनों है ...................................18 हमारे दे श की जनता ...................................................24 3-

हर सौ साल के बाद

ों आती है महामारी? ............25

े ग सन 1720 ..........................................................27 4 - कोरोना को दु िनया ने पहली बार दे खा 1964 ..................32 सात तरह के कोरोना वायरस, लेिकन कोिवड-19 ही

ों है

खतरनाक? ...............................................................35 5 - चीन म कोरोना वायरस (Coronavirus) का पहला मरीज .44 6 - चीन म 18 िसतंबर को

ा आ था? ............................48

7 - िज गी ...................................................................51 8 - महा ीपों म कोरोना वायरस कैसे फैला? ......................54 COVID-19 और यू रोप .................................................54 9 - भारत म कोरोना को लेकर अलट.................................74 िदसंबर म सामने आया था पहला केस ...........................76

CONTENTS

10 - कोरोना वायरस से लड़ाई म चीन से भारत कैसे िपछड़ गया ................................................................................... 79 रकवरी रे ट .............................................................. 81 11 - दो

से िबछड़ने का दद .......................................... 86

12 - पलायन ................................................................. 88 13 - महामारी, िव की थित और चीन ............................ 90 भारत के िकतने िह

े पर चीन का क

ा है ? ................. 92

चीन ने िफर िदया भारत को धोखा .............................. 103 14 – हमारे मन की बात ................................................ 105 आज है 7 जून और आज ब त कुछ बदल चूका है । ....... 108 15 - दु िनया के लोगों के िवचार ....................................... 135 कोरोना काल का सबसे बड़ा रह

, द इचज़ेन मा

मछली

पकड़ने का जहाज। ................................................. 142 The Echizen Maru fishing trawler. ......................... 142 16 -

ा यह िसफ एक संयोग है ? .................................. 144

Corona के कारण, 2021 म बने 2020 से बदतर हालात,

ों

और कैसे? .............................................................. 145 17 – अं ितम यु

और हम ............................................. 152

कोरोना के बाद

ा बदला ........................................ 156

vi

Preface मने यह िकताब स ाई बताने के िलए िलखी ह, इस कहानी म कोई हीरो या सुपर हीरो नही है ।

ों िक यह िकताब म

COVID-19 के पहले और बाद के अपने और ब त से िम ों के अनुभव, सम

ाओं और भारत के अित र

दु िनया म आये

अ े - बु रे बदलाव को सबके स ुख लाने के िलए िलखा ँ । िजसमे अलग - अलग दे शों और भारत के िविभ रा

ों,

शहरों, के लोगों का अनुभव भी शािमल है । इस महामारी म मने जो दे खा और मेरे अनेक िम ों, जानने वालों ने जो भी अनुभव िकया, मने अपने और उनके अनुभव और भावनाओं को इस िकताब के मा म से कोिशश की है । िजसमे वतमान से लेकर भिव

करने की और

ऐितहािसक बात भी जानने को िमलगी। म ई र से बस यही कामना करता ँ िक COVID-19 महामारी के कारण जो अब इस दु िनया म नहीं है, भगवान उनकी आ ा को शां ित दे , सबको हम घमंड़ था, अपनी तर

थ और सुरि त रख।

ी, आधुिनकता और मानव होने पर,

“म” का अहंकार था, शायद अभी भी है । पर घमंड तो रावण का भी टू टा गया था। हम तो िफर भी साधारण मनु ह। िज गी दु िनया समाज सब कुछ एक ण म बदल गया। एक अ

न िदखने वाले िवषाणु ने। हमारे अं दर के अहंकार को

भी। कृित ने हम सोचने और झु कने पर मजबू र कर िदया।

PREFACE

ा Corona कोई अजूबा है ? नहीं, इसकी खोज तो हमने

1964 म ही कर ली थी। पर अब इतने वष के उपरा ये ासदी बनकर आया, ों? कैसे? इसके पीछे ा राज है ? िजसने हम घु टनों पर ला िदया। इस पु

क म आपको

Corona के िवषय म एक - एक सटीक जानकारी िमलेगी। जो आपको सोचने पर मजबू र कर दे गी। िक

ा सच म Corona है ? या एक सािजश है ? इसके पीछे

का संपूण इितहास और स ी घटनाएं इस िकताब म दज ह। िजसे पढ़कर आपको यकीन नही आये गा। एक नई और ब त ही अनोखी बात ये है िक इस िकताब म आपको लेखक के ही नही दे श और दु िनया के ब त से लोगों के िवचार जानने को िमलगे िक इस महामारी म उ ों ने अपने शहर और दे श म दे खा? इसका भी सजीव िच ण दे खने को िमलेगा। िकस दे श म Corona कब आया? कैसे आया? और



हालात थे? ये जानकारी भी आपको तारीख के साथ िमलेगी। यह एक िकताब नहीं, इितहास है । जो समय के साथ और भी कीमती होती जाये गी। अव

पढ़े । और िवचार करे । यह िकताब आपकी िज गी म

ब त से बदलाव ला सकती ह, कम से कम आपकी सोच अव

ही बदल दे गी।

चालाक चीन ने कैसे दु िनया को अपने जाल म फसाया,

Corona जैसी महामारी दे कर, भारत के साथ साथ स ूण िव म Corona कब आया, और िकस दे श म सबकी जानकारी तारीख के साथ इस पु viii

ा थित थी, क म उपल

है ,



आपको ब त कुछ जानने को िमलेगा, जैसे

इसके अित र

िव के ब त से लोगों के साथ ही भारत के िविभ रा

ों के

लोगों ने भी अपने अनुभव िलखे ह, िजसम उनके नाम और फोटो भी ह। उ ों ने अपने दे श और रा अनुभव भी आपको इस पु िमलेगा। हमारी िश ा सजीव िच ण इस पु म कहां ह?



ा दे खा, वो

क के मा म से जानने को

व था, और भारत की राजनीित का भी क म िकया गया ह। हम भारतीय दु िनया

ा हम सच म िव गु ह? पिढ़ए और आ

अवलोकन कीिजए।

Author Name Harish Kumar Sharma Date 20/05/2020

Acknowledgments इस िकताब म जो भी श िलखे गए है, वे सभी श मेरे है । इसम िकसी भी सहभागी लेखक की कोई भूिमका नहीं है, िजन लेखक िम ों ने इस िकताब को िलखने म सहयोग िदया है , अपने िवचार िकये है , वे लेखक िम अपने लेख के ित ही जबाबदे ह है , उनकी उप थित बस उतनी ही है, वे खुद के िलखे लेख के ित िज ेदार है , और स ूण लेख की सभी कार की अ ाई या बु राई के िलए मै िज ेदार ं , और इसकी जबाबदे ही मेरी है । ये पु क िकसी को दु ः ख प ं चाने, छोटा बड़ा िदखाने या िकसी राजनेता, मं ी को ान म रखकर नहीं िलखी गई है , बस मन की था और पीड़ा है, जो लोगों तक प ं चे यही मेरा और सभी सहभागीय िम ों का उ े है । इस पु क म मेरे लेखक दो ों ने जो अपने अमू िवचार िदए है, ये वही है जो उ ों ने इस किठन और ू र समय म आभाष और अनुभव िकया, दे खा, सुना। कोरोना-19 महामारी म हम सभी ने जो अनुभव िकया है उसी अनुभव को साझा करना हम सभी का एक मा उ े है। िफर से म एक बार सभी सहभागी लेखक िम ों का आभार करता ँ । ध वाद।

Friends from other Continents. 1-Neeraj from USA, New Jersey, 2- Logan Braidy from USA, 3- Santosh Singh from UK, London, Europe, 4- Naren from Gulf, Bahrain. 5 - Australia -

ACKNOWLEDGMENTS

Jenny Smith (Melbourne) 6 – Brodie Santos, Sao Paulo, (Brazil) 7 - Natalia Lebedev, Moscow (Russia) Friends from Indian State… 1- North East India: - Chow Ananda Chiring, (Arunachal Pradesh), 2- North India: - Satyam Sharma (Varanasi), Vinay Sharma (Ayodhya), Akanksha Singh , (Amethi) Vandana Mishra (Prayagraj), Uttarakhand- Radha Tiwari (Udham singh Nagar), 3- West India: - Rajasthan- Renu Sharam (Jaipur), Gujrat - Sunil Bambhaniya (Somnath), Maharastra- Arati Sharma (Mumbai), Sandeep Pai (Mumbai) 4- NCR: - Karishma, (Rohini), 5- Central India- Madhya Pradesh - Amit Bhatt (Indore), 6- East India: - Jharkhand - Ranjana Bariyar (Ranchi), West Bengol- Dipti Prasad (Hubballi) 7- South India: - Anchudas B from Kerala (Thiruvananthapuram)

xii

1. म, हम और िज़ गी ***Ω*** ा िज़ गी चंद ल ज़ो का नाम ह? उ र हाँ या ना दोनों म हो सकता है , पर इसके मायने ब त बड़े ह, िज गी ा खुद की ह? तो उ र ह, ‘नही’ इं सान सामािजक ाणी है और इं सान के िलए समाज ही सब कुछ ह, हम और आप सभी समाज से बंधे है । कुछ लोग कह सकते ह म गलत ँ, पर मेरे िहसाब से अपना - अपना नज रया ह, िज गी जीने का, कुछ लोगों के िलए इसी दु िनया म ग है और कुछ लोगों के िलए नक। एक पतली सी लकीर दोनों को अलग करती ह, हमारे अंदर की श हम जीवन जीने और मुसीबतो का सामना करने का हौसला दे ती ह। मनु अमीर हो या गरीब उसकी भावना, आकां ा, सामािजक और आिथक िथ तय नहीं करते, परं तु उसका े टस ज र कम या अिधक हो जाता ह, और यही समाज म िवघटन उ करता ह। हम भारत म रहते और हमारा दे श ब त महान और िविच ह, हर तरह से, हमारा समाज, हमारे रीती रवाज ब त िभ ह, समूची दु िनया से, और यही बदलाव हम औरो से िभ और अलग बनाता ह। पर दु िनया के हर इं सान के पास एक ना एक कहानी ज र होती ह, (मुझे लगता है िक आपके पास भी होगी) जो िज गी से जुड़ी होती ह, इं सान तो एक वृ के समान ह परं तु मनु की जड़ ब त गहरी होती ह, जो समाज से जुड़ी होती ह। जैसा की म कह रहा था हर एक इं सान के पास एक ना एक कहानी अव

मृ ु का वष

ही होती ह, कहानी िजसमे सुख भी होता ह और दु ः ख भी और ये सुख और दु ः ख इस बात पर िनभर करता ह की इं सान को उसकी िज गी म ा िमला है या उसने ा ा िकया ह, पर ा सच म हमारी िज गी, खुिशयाँ , सपने, सुख-दु ः ख, जीवन-मृ ु हमारे हाथ म ह। या इन सभी को कोई और संचािलत करता ह। इसका उ र तो मेरे पास भी नहीं ह, और शायद आपके पास हो, और नहीं भी हो सकता है। िज गी भी ब त अजीब है, िकतनी किशश ह इसम, आ खरी व तक हम जीना चाहते ह, भले ही शरीर म श हो ना हो। यही बात तो कुछ लोगों को सुपर ह्यूमन बनाती है , पर सबके अं दर ये कला नहीं होती, कुछ लोग तो हर बात म बस िनगे िटिवटी ही खोजते ह, और कुछ आनंद, और ये सब इस बात पर िनभर करता ह की आपकी सहन श िकतनी ह। दद आपको होता ह या आ ा को, यिद दद आपको होता ह तो आप मा एक इं सान ह, और यिद दद आपको आपके अं दर महसूस हो रहा ह तो आप एक मनु ह। ों िक आ ा पर लगी चोट इं सान को बदल दे ती ह और शरीर पर लगी चोट तो बस घायल ही करती ह और यही आ श को ीण कर दे ती ह। आ श ही मुन का भा और भिव तय करती ह। आपको लग रहा होगा की म कोई वचन दे रहा ँ , परं तु ऐसा नहीं ह, ये तो आ ा के अं दर के ह जो बाहर आ रहे ह। मने भी आप लोगो की तरह ही जीवन म िभ - िभ कार के लोग दे खे ह, उ नजदीक से परखा ह, महसूस िकया ह, िजया ह, साथ समय िबताया है , तब कही ये ान ा आ है की े म सबसे बड़ा रोग ह, जो मनु को पंगु बना दे ता ह। और शायद कायर भी, पर ेम ह ा? े म भी कई कार का होता ह, माँ का ब े से जो िनः ाथ होता ह, िपता का पु से जो कत से बं धा होता ह, भाई - बहन का जो एक र ो की मजबू त बु िनयाद पर होता ह, पित - प ी का, िव ास पर होता ह, परं तु िम ता का कोई नाता या

14

हरीश शमा

नाम नहीं होता। ये कई कार की होती ह, ाथ और िनः भी, ऐसे अनिगनत उदहारण ह, जो म दे सकता ँ।

ाथ

िज गी भी तो नदी के समान ह, इसम भी बाढ़ और सूखा आता रहता ह, जैसे मौसम बदलता ह बहार आती ह, पतझड़ आता ह, ऋतुएँ बदलती ह, संसार म थत हर एक व ु न र ह, िजसे एक ना एक िदन िमट ही जाना ह, परं तु आप कुछ ऐसा करे की जाने से पहले कुछ तो छोड़ जाये , तािक दु िनया आपको आपके ारा िकये ए कम के मा म से याद रखे। ज पाना तो ब त आसान ह परं तु मनु बनकर रहना ब त ही किठन काय है । तो ा जीवन िबना किठनाइयों के संभव ह? हो ही नहीं सकता! भगवान राम और भगवान कृ को भी परी ाये दे नी पड़ी थी, और वो भी मनु बनकर, िफर म और आप ा ह? ‘मा एक तु ाणी’ मेरे मन म सदै व बस एक ही बात आती ह, वो ह, ‘हम मनु ों ह?’ कोई जानवर या जीव, जंतु ों नहीं? और यिद भगवान ने हम मनु बनाया ह तो उसके पीछे कोई तो कारण अव ही होगा? िफर मने एक बु जीवी से, यािन खुद से पू छता ँ , यही था, जो मने आपको बताया, और मुझे उ र िमला ‘ ीमद् भगवद् गीता’ म भगवान ी कृ ने मनु और उसकी उ ि और कम के िवषय म ब त कुछ बताया ह। िफर उसी ‘ ीमद् भगवद् गीता’ म एक ोक ह िजसमे भगवान ी कृ अजुन से कहते ह, “आ ा अमर ह, कभी नहीं मरती, अपने कम का फल हर एक मनु को भोगना ही पड़ता ह” िफर मेरे मन म एक आया, की यिद सौ मनु मृ ु को ा होते ह तो सौ को ही ज लेना चािहए, मरते सौ ह तो ज हजारों का कैसे होता ह? जैसा की म आप लोगो को पहले ही बता चूका ँ, मेरे मन म कुछ थे, तो वह यही था, और मुझे उस का उ र भी ा आ, और वह उ र यह था की, “चल और अचल” अब हम चल और अचल म पहले फक समझना होगा,

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