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यूएसए | कनाडा | यूके | आयरलैंड | ऑस्ट्ेललया न्ू ज़ीलैंड | भारत | दक्षिण अफ्ीका | चीन हिन्द पॉके ट बुक्स, पेंगुइन रैं डम िाउस ग्ुप ऑफ़ कम्पनीज़ का हिस्ा िै, जिसका पता global.penguinrandomhouse.com पर ममलेगा पेंगुइन रैं डम िाउस इं हडया प्ा. लल., चौथी मं जिल, कै पपटल टावर -1, एम िी रोड, गुड़गांव 122 002, िररयाणा, भारत

प्थम हिन्दी सं स्करण हिन्द पॉके ट बुक्स द्ारा 2014 में प्काक्ित यि सं स्करण हिन्द पॉके ट बुक्स में, पेंगुइन रें डम िाउस द्ारा 2021 में प्काहित काॅपीराइट © तेिपाल हसंि धामा सवावाहधकार सुरक्षित 10 9 8 7 6 5 4 3 2 इस पुस्तक में व्यक्त पवचार लेखक के अपने िैं, जिनका यथासं भव तथ्ात्मक सत्ापन हकया गया िै, और इस सं बं ध में प्कािक एवं सियोगी प्कािक हकसी भी रूप में उत्तरदायी निी ं िैं। ISBN 9789353491116 मुद्रकः रे प्ो इं हडया ललहमटेड यि पुस्तक इस ितवा पर पवक्रय की िा रिी िै हक प्कािक की ललखखत पूवावानुमपत के पबना इसका व्यावसाययक अथवा अन् हकसी भी रूप में उपयोग निी ं हकया िा सकता। इसे पुनः प्काक्ित कर पवक्रय या हकराए पर निी ं हदया िा सकता तथा जिल्दबं द अथवा हकसी भी अन् रूप में पाठको ं के मध्य इसका पररचालन निी ं हकया िा सकता। ये सभी िततें पुस्तक के ख़रीददार पर भी लागू िोगं ी। इस सं दभवा में सभी प्कािनाधधकार सुरक्षित िैं। www.penguin.co.in

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मोर हमारा राष्ट्रीय पक्री है । यह बेहद सदंु र, आकर्षक और शानदार होता है । आसमान में कालरी-कालरी घटाएँ घघर आतरी हैं, तो यह पंख फै लाकर नाचने लगता है। इसके घसर पर कलगरी होतरी है, जो ताज जैसरी लगतरी है । अतः इसे पक्री-राज कहने में कोई घदककत नहीं है । 26 जनवररी 1963 को भारत सरकार ने इसको राष्ट्रीय पक्री घोघरत घकया था । यह हमाररी श्रद्ा और आसथा का भरी प्रतरीक है। इसके पंख शभु माने जाते हैं। धम्ष और संसककृ घत में भरी इसके पंखों की अच्री पैठ है । भगवान श्ररीककृ ष््ण तो मोर मक ु ु ट हरी धार्ण करते थे । आइए पढ़ें, ऐसे शानदार पक्री की सघचत्र रोचक कहानरी । इसके अतं में एक प्रशनोत्तररी भरी दरी गई है, ताघक इसे हल करके आप अपनरी पररीक्ा खदु ले सकें ।

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