9798885469777 Flipbook PDF


56 downloads 123 Views 17MB Size

Recommend Stories


Porque. PDF Created with deskpdf PDF Writer - Trial ::
Porque tu hogar empieza desde adentro. www.avilainteriores.com PDF Created with deskPDF PDF Writer - Trial :: http://www.docudesk.com Avila Interi

EMPRESAS HEADHUNTERS CHILE PDF
Get Instant Access to eBook Empresas Headhunters Chile PDF at Our Huge Library EMPRESAS HEADHUNTERS CHILE PDF ==> Download: EMPRESAS HEADHUNTERS CHIL

Story Transcript

शेर का रास्ता चंद्र गुप्ता

ISBN: 9798885469777

“ससंहवत्सवववेगेन पतन्तत्यर्थे सकलासर्थवनः॥” अर्थावत “जो कार्य सपं न्न करना चाहते हैं, वे ससहं की तरह असिकतम वेग से कार्य पर टूट पड़ते हैं।”

“हर इस ं ान शेर की तरह बनना चाहता है, परन्ततु हर कोई शेर के चररत्र का पालन नहीं कर पाता है।”

“शेर की तरह शसिशाली बनने के सलए जो पहला गुण है वह है 'साहस'। साहस ही सकसी भी प्राणी में शसि का सच ं ार करती है।”

इस सकताब को सकस तरह पढ़ें?

र्ह सकताब आपको एक सफल लीडर बनने में तभी मदद कर पार्ेगी, जब आप इस सकताब में सलखी बातों को अपने दैसनक जीवन में अमल में लाएंगे। इस सकताब में कुछ पृष्ठ पाठक-गण हेतु ररक्त छोड़े गर्ें है, सकसी भी अध्र्ार् को पणू य करने के बाद उस पृष्ठ पर अपने सवचार सलखें और उस अध्र्ार् से आपने क्र्ा सीखा र्े भी सलखें। जीवन लगातार सीखते रहने का नाम है, जब आप इस सकताब को पढ़ेंगे तो कई जगह पर कुछ कहासनर्ां ऐसी होंगी, जो आपके सदल को छू जाएंगी, उन कहासनर्ों का उद्देश्र् वास्तसवकता में आपके सदल की गहराईर्ों में जगह बनाना है,तासक आप उस

अध्र्ार् से जडु ी सीख को अपने मन मसस्तष्क में लम्बे समर् तक सग्रं सहत करके रख सके । इस सकताब को एक बार में परू ा पढ़ कर समझ लेने की चेष्टा न करें , र्े वैसा ही है जैसे एक बार में र्सद कोई शेर एक हाथी का सशकार करता है, तो वह उसे एक बार में परू ा नहीं खाता है, बसकक टुकड़ोंटुकड़ों में थोड़ा-थोड़ा खाता है, पचाता है, सफर टुकड़ों-टुकड़ों में थोड़ा-थोड़ा खाता है, पचाता है ..... और र्े प्रसिर्ा तब तक चलती है, जब तक की वह हाथी की पणू य शसक्तर्ों को स्वर्ं में समासहत नहीं कर लेता, अथायत जब तक शेर हाथी के हाडमांस के शरीर को खाकर-पचाकर स्वर्ं को शसक्तशाली न बना ले। ठीक उसी प्रकार पाठकगण से भी सनवेदन है की इस सकताब को थोड़ाथोड़ा पढें, एक सदन में एक ही अध्र्ार् को पढ़ें, और उससे समली सीख का जीवन में अनसु रण करें ।

अनक्र ु मसणका क्रमांक अध्याय क्रमांक अध्याय का नाम

पष्ठृ

1

प्रस्तावना

1

2

आभार

3

3

अध्र्ार् 1

साहस

5

4

अध्र्ार् 2

आिामकता

17

5

अध्र्ार् 3

चालाकी से सशकार

31

6

अध्र्ार् 4

शसक्तशाली बसनर्े

45

7

अध्र्ार् 5

सनभयर्

57

8

अध्र्ार् 6

रक्षक

69

9

अध्र्ार् 7

भर् उत्पन्न करने वाला

83

प्रस्तावना दोस्तों शेर की आिामकता, सनभयर्ता और शसक्त सभी को अपनी ओर आकसषयत करती है। शेर के जीवन से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। इस सकताब के माध्र्म से शेर के जीवन से वह बहुमकू र् गणु आपको सीखने को समलेंगे, जो आपके जीवन में अद्भुद बदलाव लेकर आएँगे। जैसे शेर अपना जीवन साहस और सम्मान के साथ जीता है, वैसे ही हर व्र्सक्त चाहता है की लोग उसे शेर की तरह र्ाद रखें। शेर का जीवन जीना तभी संभव है, जब आप शेर की खूसबर्ों को जानते हो ,इस सकताब के माध्र्म से आप उन खसू बर्ों को न के वल जान पाएँगे ,बसकक उनका उपर्ोग कै से करना है, इसे भी समझ पाएँगे। शेर की तरह जीना और एक बेहतर लीडर बनना, र्ही लोगो के जीवन का लक्ष्र् होता है। लीडर बनना इतना भी आसान नहीं है, सजतना सोचने में प्रतीत होता है, लीडर सैकड़ों लोगो का भी बना जा सकता है, हज़ारों का, लाखों का और करोड़ों लोगों का भी, लेसकन इन सभी में जो गणु होते है वो समान होते 1

है। के वल कसठन पररश्रम और सही समर् आपको लीडर नहीं बना सकता, क्र्ँसू क असिकतर लोग र्ह पैमाने पे खरे उतरते है ,एक लीडर में वो गणु होते है जो हर व्र्सक्तर्ों के पास नहीं होते, और लीडसय के उन्ही गणु ों के आिार पर सभी लोग लीडसय की कही गर्ी बातों का अनसु रण करते है। न के वल आसदकाल से बसकक आज भी लोग एक लीडर बनना चाहते है, क्र्ँसू क लीडर के पास बड़ी ताकत और शसक्त होती है, सजससे वह आस-पास की चीज़ों को सनर्ंसित कर सकता है । लेसकन आप सभी समिों ने र्े बात तो सनु ी ही होगी सक "बड़ी शसक्तर्ों के साथ बड़ी सज़म्मेदारी भी आती है"। और जो लोग सज़म्मेदाररर्ों को नहीं सभं ाल पाते, उनके पास वो शसक्तर्ा भी असिक समर् तक नहीं सटकती।

2

आभार सर्वप्रथम ईश्वर का धन्यर्ाद, जिन्होंने मझु े इतनी प्यारी मााँ दी जिनके प्यार और आशीर्ावद का िीर्न पयवन्त ऋणी रहगाँ ा। मेरी पहली गरुु जिन्होंने मझु े चलना, बोलना, लड़ना, और िीतना जसखाया। जपतािी मेरे दसू रे गरुु है जिन्होंने मझु े समाि में रहने की कला जसखायी, मेरी हार में, मेरी िीत में यजद कोई व्यजि िो चट्टान की तरह मेरे साथ खड़ा रहा तो र्ो जपतािी थे। जपतािी की शजियाां मझु मे सांचाररत होती है, िब भी हार िाता हाँ तब जपतािी की बात याद आती है " न ही तो कोई हार आजखरी होती है, न कोई िीत " अपने भाई का जदल से धन्यर्ाद करता हाँ जिसने मझु े िीर्न में कई महत्र्पणू व जनणवय लेने में मदद की है तथा अपनी बड़ी बहन का धन्यर्ाद करता हाँ िो बड़ी बहन होने के साथ-साथ मेरी अच्छी सलाहकार भी है। मेरे सभी गरुु ओ ां का नतमस्तक होकर धन्यर्ाद करता ह,ाँ जिन्होंने मझु े ज्ञान रूपी प्रकाश जदया, िो मझु े 3

अधां कारमय रास्तों में सही और गलत का जनणवय लेने की क्षमता प्रदान करता है। अतां में मेरे सभी जमत्रों को जदल से धन्यर्ाद देता हाँ जिन्होंने मझु े िीर्न को खल ु कर िीना जसखाया और जमत्रता का मोल बताया ।

4



ध्याय-1

साहस

5

Get in touch

Social

© Copyright 2013 - 2024 MYDOKUMENT.COM - All rights reserved.