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Story Transcript

जीवन के िनर्णय धययान से इस पुस्तक में ध्यान के मयाध्म से जीवन में उचित ननर्णय लेने की कलया के बयारे में निशया िी गयी है। ननर्णय ही तो हैं जो जीवन में सही यया गलत होने के कयारर हमयारे जीवन में सुख-शयान्ति यया कलह-कष्ट िे तें रहते है। इस पुस्तक में ध्यान के बयारे में बडे़ ही सटीक ढं ग से (आज की भयाग-िौंड एवं स्परया्णपूर्ण जीवन में) ध्यान की नवचरयों, ध्यान से ग्रहों पर ननयं त्रर, रं गों कया ध्यान में प्रयोग, ध्यान कया समय, निशया एवं अन्य महत्वपूर्ण तथों की नववेिनया की गयी है। ध्यान से अब, जब मन शयाति रहने लगेगया, वयारी एवं आिरर पर ननयं त्रर होने लगेगया, नवियारों की गनत उचित निशया में होगी, अतितः शयानति कया योगियान जीवन के ननर्णयों पर होने लगेगया तो निर बिया क्या है। निर तो जीवन के ननर्णय उचित एवं समय पर होने ही हैं। तो निर जीवन में पयाररवयाररक सुख, मयानचसक शयान्ति एवं सयांसयाररक सिलतया नमलनी ही है। (यह पुस्तक आज की युवया पीढ़ी के चलये नवशेष रूप से उपयोगी होगी) कम्ण, भयाग्य एवं ग्रहों से उत्पन्न जीवन की समस्याओं कया ननियान जीव सयांसयाररक सयारनों, पैसया एवं अन्य उपयायों से करतया है। कु छ तो हल हो जयाती है, लेनकन कु छ नहीं हो पयाती। मैंने जीवन, पररवयार एवं समयाज में यह स्पष्ट रूप से िे खया है नक जीव एवं जीवन की वे समस्यायें जो जीवनभर हल नहीं होती और जीव कया जीवन उनीं के सयाथ िलतया रहतया है। चजनके कयारर सयारया जीवन रुं रलया एवं अतितः पीड़या से भरया रहतया है। कयारर प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से चलये गये ननर्णय एवं हमयारे ननजकृ त कम्ण ही उत्तरियायी होते है। ननर्णय कया जीवन में बहुत महत्व है। तो अब क्या करें? ध्यान-एक ऐसी नवरया है, जो जीवन में आपके पयास एकयाग्रतया, शयाति मन, न्थिर चित्त, सं यम, उचित सं वयाि, स्पष्टवयानितया एवं आत्म नवश्यास जैसे महत्वपूर्ण अव्ययों को प्रियान करती है। मैं स्वयं भी इन प्रयोगों एवं ध्यान को ननरतिर कर रहया हं। ध्यान की प्रनरियया आपके अतितः जगत एवं बयाह्रय जगत को शनति एवं समन्वय प्रियान करती है। Price 95

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