Story Transcript
KENDRIYA VIDYALAYA NO -II BINNAGURI CANTT ANNUAL MAGAZINE (2020-21)
-:CHIEF PATRON:MRS CHANDNA MANDAL, D.C. KVS KOLKATA REGION
-: EDITOR-IN-CHIEF:MR DEVI SINGH, PGT ENGLISH
-:PATRON:BRIG. VIJAY SINGH YADAV -:ADVISOR:MR VIRENDRA KUMAR, PRINCIPAL
-:EDITORIAL TEAM:MR O.P. ASWAL , PGT HINDI MR KOSHIK GHOSH, TGT ENGLISH
-SPECIAL THANKS TOMR S.L.MEENA, PGT CS
From the Desk of Principal It is a matter of immense pleasure to announce that KV No. 2 Binnaguri Cantt. is on its way to bring out the Annual issue of its school magazine- a creative hard work of the students of cultivated taste and devoted teachers. We strive to endow the students with a platform, helping them to broaden their horizon and in the process provide them healthy refined, holistic and substantial education. We arm our students with technological supremacy and help them integrate it with values as we firmly believe that every child has the potential to achieve something significant. KV No 2 undertakes the challenging task of moulding the young impressionable minds into valuable assets of the society, precious gift of mankind and pride of human race. I congratulate the students and staff who used various media of expression to present their ideas. I appreciate the efforts of all the students and staff for running an extra mile in all the Vidyalaya activities including CCA, Extra Curricular Activities along with their commitment to the curriculum. Happy Reading! Jai Hind (VIRENDRA KUMAR) Principal
From the desk of Editor This issue of the Vidyalaya Patrika aims to meet the needs of young minds by providing them a platform of creativity through their imagination. The school magazine will cater to the needs of one and all by stating the thirst of reading some fresh, new, original articles , poems, memories and some very interesting travelogues. The little writer and poet of KV –II BINNAGURI CANTT can claim their works though not divine are still lovely and fine. The innocence of our kids, their feelings and emotion , their gratitude towards parents, teachers and nature in general has been reflected through their creation. Thanking our patron, motivator and the guiding light our Principal shri Virendera Kumar , and all the members of the editorial team . I wish you all happy reading. In this age of Instagram . Facebook and Whatsapp, let us appreciate the attempt of our little ones in their sincere and whole hearted efforts to pen down their hearts.
DEVI SINGH PGT ENGLISH
VIDYALAYA ‘S STAFF 2020-21
HINDI SECTION
उ मीद का दामन ना छू टे ........ जदगी कसी उ सव से कम नह है, यह ज है जीवंत होने का, खु शयाँ मनाने का औरआनं दतहोनेकाI हाँ ,कभी-कभी ऐसा होता है क जीवन फ का सा लगने लगता है ,कु छ रंगहीन- सा कु छ वादहीन सा I शायद वह समय होता है ःख का, पर यहसचहै क जीवन सुख और ःख के साँचो म ढला है I ःख क बदली छटने के बाद सुख के सूरज क रोशनी ज़ र दखाई पड़ती है I कई बार ऐसा होता है क हमे समझ नही आता क या हो रहा है? भ व य क चता हमे सताती रहती है Iहम अ न णत अव ा मे होते है , नणय लेना कर लगता है, कौन से माग को चुने यह चुनो तयाँ से भरा काय लगता है I पर यह यान रखना चा हए भ व य का माग वतमान से ही होकर गुजरता है तो य ना ह मत बाँधे रख और उ मीद टू टने ना द I ये एक उ मीद ही तो है जो हम आगे का रा ता दखाती है, ढाढस बँधातीहै क भले ही ःख का कोहरा कतना ही घना हो पर एक दन ऐसा आएगा जब आनंद पी वषा बरसेगी और ये घना कोहरा छट जाएगा I जब जीवन अ न तता से भरा लगे, जब आगे आने वाला माग दखाई ना दे, जब चार तरफ घना अंधेरा हो तब एक ही चीज है जो हमऐसीप र तय म भी आगे बढ़ने क ेरणा देती है और सखाती ह क जीत अव य होगी, वह है उ मीद I यह उ मीद क अंततः सब सही होगा, चार तरफ ह रयाली क खुशहाली छा जाएगीऔर संघष के दन का भी अंत होगा I
संघष जीवन का अ भ भाग है के वल मा उ मीद बाँधने व भा य के भरोसे बैठने से भी कु छ ा त नही होता हम मेहनत भी करनी होगी , यास करना होगा, संघष करना होगा I संघष और मेहनत क अ न म ही जलकर इंसान एक खरा प पाता है, गरना होगा तो गरकर खड़े भी वयं को ही होना होगा I सब बाधा को पार करते ए उ मीद का द पक जलाकर रखना है I सब छू ट जाए इस नया मे उ मीद का दामन नह छोड़ना है ज़राठहरो.... ज़राउ मीद क मा ा पर भी यान दया जाना ज़ री है उ मीद कसी और से लगा कर बैठ जाने से भी इंसान को ःख का भागी बनना पड़ सकता है इस लए यान से.... उ मीद कस से लगा रहह?और कतनी मा ा म ? इसका नणय सोच समझकर लेना चा हए Iबेहतरीइसी म है क उ मीद वयं से ही लगाई जाए और वो भी जसको आपको पूण कर सक, उ मीद क मा ा का भी यान रखा जाए I जो भी हो उ मीद जीवन का एक बेजोड़ और नायाब ह सा तो है ही, इसक डोर ना छू टने पाए कु छ तो बात इसम अव य है..... यह द पक जतने भीतूफ़ान आएँ....जलता रहे I
MR RAVI PRT TEACHER
PRAVEEN KUMAR TGT P&HE
चुटकु ले श क - एक तरफ पैसा और सरी तरफ अ ल रहेगी । या चुनोगे ? ट टू - पैसा श क- गलत , म अ ल चुनता । ट टू - आप सही कह रहे ह, जसके पास जो कम होता है वही चुनता है । श क- ट टू 4 और 4 कतने होते ह ? ट टू - 10 श क- गलत, 4 और 4 आठ होते ह । ट टू - हम दलदार घर से ह । 2 मने खुद के भी डाले ह ।
अ यापक ने मो हत से पूछा- 5 म से 5 घटाने पर कतने बचते ह? मो हत के जवाब न देने पर श क ने बारा पूछा । अगर तु हारे पास 5 भटू रे ह और 5 म ले लूँ तो तु हारे पास या बचेगा ? मो हत - छोले !
PYAL IV-A
म ँ पेड़ मुझे मत काटो टु कड़ो-टु कड़ो म मुझे दद मुझे भी होता है मन मेरा भी रोता है|
म ँ म तु हारा सखा ँ सबसे यारा मेरे फल खुद नह खाता ँ सब तु हे ही दे देता ँ ||
जहरीली गैस पी जाता ँ शु हवा तुमको देता सूरज का भी ताप स म ँ जीवन का आधार| फर भी तुम मुझ पर करते हार सुनो बात तुम कान लगाकर वृ ो का करना स मान म ँ जीवन का आधार ||
को नह ... अपनी मं जल क पाना है यही ण सबको याद दलाना है को नह , को नह , झुको नह अपने देश के तुम वा भमान हो अपने हौसले को बुलंद दो तुम एक वतं वचार हो । ADITI SINGH VIA
म से भी म है जो मेरी हद भाषा है । दल से दल को जोड़े जो जससे जुड़ी जो आशा है । म ी से भी म है जो मेरी हद भाषा है वो मेरी हद भाषा है अं ेजी भी पढ़ता ँ म पर लगे न उसमे मेरा यान हद ही मेरी पहचान हद ही मेरी मु कान जो भूल रहे ह इस भाषा को होती बड़ी नराशा है
म ी से भी म है जो वो मेरी हद भाषा है लोरी सुनाए मां हद म भजन हद म गाती ह यार,महो बत भरी है जसमे मीठे गीत सुनाती है म से भी म है जो मेरी हद भाषा है ।
ARANAW SINGH
EK BHARAT SHRESHTA BHARAT
STUDENTS DURING EBSB ACTIVITIES
ENGLISH SECTION
AMAN KUMAR XIIA
TEACHER
PRITI YADAV XIIB
PRATHAM GUPTA XIIB
AKASH XIIB
PASSING OUT STUDENTS 2021-22
XII SCIENCE
XII COMMERCE
THANK YOU